मेने उसे कभी इस बाहों में कभी उस बाहों में भी देखी है -बेहतरीन उर्दू गज़ल
गुल को गुलशन, कली बहारों में भी देखी है बेहतरीन गजल ! मैने देखी है । गुल को गुल…
गुल को गुलशन, कली बहारों में भी देखी है बेहतरीन गजल ! मैने देखी है । गुल को गुल…
उन्हें वफ़ाई वाला ख़िताब चाहिए । में जो रोया था रातों में, मुझे उन रातों का हिसाब चाहिए।। दूजा नशा ना था मुझे, सिवा उसके कोई…
रास्ता कोई नया अपनाना होगा। छोड़कर मोमबत्तियां, दरिंदों को जलाना होगा || हर मरतबा नहीं मिलती ये जिंदगीयां । इन सोई हुई सरकार…
मत जाया करो यूँ कहीं दूर तलाक , लोग बोलना तो दूर नजर तक नहीं मिलते !! mat jaya karo yun kahin dur talak …
उस रात आफताब को देखा ! अब-ए -चश्म छलक पड़ा !! us rat aaphtab ko dekha, aab-e-chashan chhalk pada ! best urdu darad bhar…