Buddha Purnima 2023: बुद्ध पूर्णिमा इस दिन है, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि ! buddha purnima national holiday

 

                       Buddha Purnima 2023 – Buddha Jayanti





              Buddha Purnima 2023: बुद्ध पूर्णिमा इस दिन है, जानें शुभ मुहूर्त, महत्व और पूजा विधि


                                                       बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है ?


बुद्ध पूर्णिमा बुद्धजयंती के रूप में मनाई जाने वाली एक महत्वपूर्ण हिंदू और बौद्ध उत्सव है। इस उत्सव को बौद्ध धर्म के संस्थापक भगवान बुद्ध की जयंती के रूप में मनाया जाता है। यह उत्सव पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है, जो वर्ष के अलग-अलग महीनों में पड़ती है, लेकिन अधिकांश मामलों में यह अप्रैल या मई में मनाया जाता है।

इस वर्ष 5 मई 2023 को वैशाख पूर्णिमा है, इसे बुद्ध पूर्णिमा और बुद्ध जयंती भी कहते है !

इस उत्सव के दौरान, बौद्ध धर्म के अनुयायी मंदिरों में जाते हैं और पूजा करते हैं, ध्यान लगाते हैं और बौद्ध स्तुप जैसे धार्मिक स्थलों की यात्राएँ करते हैं। इस उत्सव के दौरान कई स्थानों पर भिखारीयों को भोजन और अन्य दानों का भी वितरण किया जाता है।

इस उत्सव का महत्व यह है कि यह बुद्ध के जीवन और संदेशों को स्मरण करने के लिए अवसर प्रदान करता है। यह उत्सव एक समय पर दान, सेवा और ध्यान को समर्पित है जो बुद्ध के संदेशों के साथ एक स्वस्थ मन और शरीर के लिए आवश्यक है ! 

इस दिन buddha purnima national holiday भी  रहता है 


Buddha Purnima 2023 Date बुद्ध पूर्णिमा कब है?

इस साल यानी की 2023 में बुद्ध पूर्णिमा 05 मई 2023 को मनाई जायेगी. और इस दिन शुक्रवार है.


                               भगवान बुद्ध के उपदेश ! बुद्ध  वाट्सप स्टैट्स ! बुद्ध इमेज !


Buddha Purnima history ! important teachings and quotes of Lord Buddha

 

Buddha Purnima, also known as Vesak, is an important Buddhist festival that celebrates the birth, enlightenment, and death of Gautama Buddha, the founder of Buddhism. The festival is observed on the full moon day in the Hindu month of Vaisakha, which falls in April or May.

The history of Buddha Purnima dates 2023  back to ancient India, to the 6th century BCE, when Siddhartha Gautama, who later became known as Buddha, was born in Lumbini, in modern-day Nepal. According to Buddhist tradition, Buddha attained enlightenment under the Bodhi tree at Bodh Gaya in Bihar, India, on the same day he was born. This event is known as Buddha Jayanti, or the birth of Buddha.

Buddha Purnima also commemorates Buddha's death, which is believed to have occurred at Kushinagar, in modern-day Uttar Pradesh, India. This event is known as Parinirvana, or the final release from the cycle of birth and death, and is considered one of the most important events in the life of Buddha.

Buddha Purnima is celebrated with great fervor in Buddhist communities all over the world. The day is marked by special prayer services, offerings of flowers and incense, and the lighting of candles. Many Buddhists also take part in meditation, and some observe a day-long fast. The day is also marked by acts of charity, such as giving food and other necessities to the needy.

 

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